प्रकटीकरण को प्रकट करना
परिचय
इसमें मार्टिन शीन और मार्लोन ब्रँडो हैं। वियतनाम के युद्ध में सेट किया, अपोकलुप्सिस अब 1979 वीरगाथा युद्ध फिल्म है। शब्द "अपोकलुप्सिस " का इस्तेमाल शब्द "विनाश" के प्रति प्रसिद्ध गलतफहमी पर आधारित है।
ग्रीक शब्द अपोकलुप्सिस, जिसका अनुवाद है "प्रकटीकरण" (प्रकाशितवाक्य 1:1), यह दो ग्रीक शब्दों से मिलकर बना है – अपो (में से) और कलुप्सिस (छिपा हुआ)। असल में शब्द का अर्थ है "प्रकट करना।" प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में, परदा हटा दिया गया है। रहस्य खोल दिया गया है।
"यीशु मसीह के प्रकटीकरण" (व.1) के दो अर्थ हैं। पहला, यह प्रकटीकरण है जोकि यीशु के द्वारा दिया गया है। दूसरा, यह यीशु का प्रगट होना है, जो पुराने नियम में छिपा हुआ है और नये नियम में प्रकट किया गया है। प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में, यीशु को प्रकट किया गया है। हमारे लिए उनके महान प्रेम, और बुराई के ऊपर उनकी विजय के विषय में हमें एक स्पष्ट प्रकटीकरण मिलता है।
भजन संहिता 140:1-5
संगीत निर्देशक के लिये दाऊद की एक स्तुति।
140हे यहोवा, दुष्ट लोगों से मेरी रक्षा कर।
मुझको क्रूर लोगों से बचा ले।
2 वे लोग बुरा करने को कुचक्र रचते हैं।
वे लोग सदा ही लड़ने लग जाते हैं।
3 उन लोगों की जीभें विष भरे नागों सी है।
जैसे उनकी जीभों के नीचे सर्प विष हो।
4 हे यहोवा, तू मुझको दुष्ट लोगों से बचा ले।
मुझको क्रूर लोगों से बचा ले। वे लोग मेरे पीछे पड़े हैं और दु:ख पहुँचाने का जतन कर रहे हैं।
5 उन अहंकारी लोगों ने मेरे लिये जाल बिछाया।
मुझको फँसाने को उन्होंने जाल फैलाया है।
मेरी राह में उन्होंने फँदा फैलाया है।
समीक्षा
परमेश्वर की सत्यनिष्ठा का प्रकटीकरण
दाऊद प्रार्थना करते हैं कि बुरे लोगों से छुडाये जांए। वह बुरे "विचारों" (व.2अ), बुरे शब्दों (व.3) और बुरे कामों (व.4) के विषय में बताते हैं।
बुराई केवल दूसरे लोगों के विषय में नहीं है। यह मेरे विषय में है। हम सभी के पास बुरे विचार थे, चोट पहुँचाने वाली बातें कहीं और गलत काम किया। हम सभी सत्यनिष्ठ बनने में असफल हो गए।
पौलुस लिखते हैं, "कोई सत्यनिष्ठ नहीं, कोई भी नहीं" (रोमियों 3:10), और फिर अपनी बात को समझाते हैं हमारे भजन से एक वचन का इस्तेमाल करते हुए - " उनके मुँह में नाग का सा विष रहता है" (भजनसंहिता 140:3 और रोमियों 3:13)।
लेकिन पौलुस प्रेरित समझाते हैं कि अब परमेश्वर की ओर से सत्यनिष्ठा "प्रकट" की गई है (रोमियों 3:21, जी.एन.बी)। परमेश्वर की वह सत्यनिष्ठा जो यीशु मसीह पर विश्वास करने से सब विश्वास करने वालों के लिये है (व.22)।
प्रार्थना
प्रकाशित वाक्य 1:1-20
1यह यीशु मसीह का दैवी-सन्देश है जो उसे परमेश्वर द्वारा इसलिए दिया गया था कि जो बातें शीघ्र ही घटने वाली हैं, उन्हें अपने दासों को दर्शा दिया जाए। अपना स्वर्गदूत भेजकर यीशु मसीह ने इसे अपने सेवक यूहन्ना को संकेत द्वरा बताया। 2 यूहन्ना ने जो कुछ देखा था, उसके बारे में बताया। यह वह सत्य है जिसे उसे यीशु मसीह ने बताया था। यह वह सन्देश है जो परमेश्वर की ओर से है। 3 वे धन्य हैं जो परमेश्वर के इस दैवी सुसन्देश के शब्दों को सुनते हैं और जो बातें इसमें लिखी हैं, उन पर चलते हैं। क्योंकि संकट की घड़ी निकट है।
कलीसियाओं के नाम यूहन्ना का सन्देश
4 यूहन्ना की ओर से
एशिया प्रान्त में स्थित सात कलीसियाओं के नाम:
उस परमेश्वर की ओर से जो वर्तमान है, जो सदा-सदा से था और जो आनेवाला है, उन सात आत्माओं की ओर से जो उसके सिंहासन के सामने हैं 5 एवं उस यीशु मसीह की ओर से जो विश्वासपूर्ण साक्षी, मरे हुओं में से पहला जी उठने वाला तथा धरती के राजाओं का भी राजा है, तुम्हें अनुग्रह और शांति प्राप्त हो।
वह जो हमसे प्रेम करता है तथा जिसने अपने लहू से हमारे पापों से हमें छुटकारा दिलाया है। 6 उसने हमें एक राज्य तथा अपने परम पिता परमेश्वर की सेवा में याजक होने को रचा। उसकी महिमा और सामर्थ्य सदा-सर्वदा होती रहे। आमीन!
7 देखो, मेघों के साथ मसीह आ रहा है। हर एक आँख उसका दर्शन करेगी। उनमें वे भी होंगे, जिन्होंने उसे बेधा था। तथा धरती के सभी लोग उसके कारण विलाप करेंगे। हाँ! हाँ निश्चयपूर्वक ऐसा ही हो-आमीन!
8 प्रभु परमेश्वर वह जो है, जो था और जो आनेवाला है, जो सर्वशक्तिमान है, यह कहता है, “मैं ही अलफा और ओमेगा हूँ।”
9 मैं यूहन्ना तुम्हारा भाई हूँ और यातनाओं, राज्य तथा यीशु में, धैर्यपूर्ण सहनशीलता में तुम्हारा साक्षी हूँ। परमेश्वर के वचन और यीशु की साक्षी के कारण मुझे पत्तमुस नाम के द्वीप में देश निकाला दे दिया गया था। 10 प्रभु के दिन मैं आत्मा के वशीभूत हो उठा और मैंने अपने पीछे तुरही की सी एक तीव्र आवाज़ सुनी। 11 वह कह रही थी, “जो कुछ तू देख रहा है, उसे एक पुस्तक में लिखता जा और फिर उसे इफिसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थूआतीरा, सरदीस, फिलादेलफिया और लौदीकिया की सातों कलीसियाओं को भेज दे।”
12 फिर यह देखने को कि वह आवाज़ किसकी है जो मुझसे बोल रही थी, मैं मुड़ा। और जब मैं मुड़ा तो मैंने सोने के सात दीपाधार देखे। 13 और उन दीपाधारों के बीच मैंने एक व्यक्ति को देखा जो “मनुष्य के पुत्र” के जैसा कोई पुरुष था। उसने अपने पैरों तक लम्बा चोगा पहन रखा था। तथा उसकी छाती पर एक सुनहरा पटका लिपटा हुआ था। 14 उसके सिर तथा केश सफेद ऊन जैसे उजले थे। तथा उसके नेत्र अग्नि की चमचमाती लपटों के समान थे। 15 उसके चरण भट्टी में अभी-अभी तपाए गए उत्तम काँसे के समान चमक रहे थे। उसका स्वर अनेक जलधाराओं के गर्जन के समान था। 16 तथा उसने अपने दाहिने हाथ में सात तारे लिए हुए थे। उसके मुख से एक तेज दोधारी तलवार बाहर निकल रही थी। उसकी छवि तीव्रतम दमकते सूर्य के समान उज्वल थी।
17 मैंने जब उसे देखा तो मैं उसके चरणों पर मरे हुए के समान गिर पड़ा। फिर उसने मुझ पर अपना दाहिना हाथ रखते हुए कहा, “डर मत, मैं ही प्रथम हूँ और मैं ही अंतिम भी हूँ। 18 और मैं ही वह हूँ, जो जीवित है। मैं मर गया था, किन्तु देख, अब मैं सदा-सर्वदा के लिए जीवित हूँ। मेरे पास मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ हैं। 19 सो जो कुछ तूने देखा है, जो कुछ घट रहा है, और जो भविष्य में घटने जा रहा है, उसे लिखता जा। 20 ये जो सात तारे हैं जिन्हें तूने मेरे हाथ में देखा है और ये जो सात दीपाधार हैं, इनका रहस्यपूर्ण अर्थ है: ये सात तारे सात कलीसियाओं के दूत हैं तथा ये सात दीपाधार सात कलीसियाएँ हैं।
समीक्षा
यीशु मसीह का प्रकटीकरण
यह पुस्तक यीशु के विषय में यूहन्ना प्रेरित के प्रकटीकरण का विवरण है, जो उनके पास आया था जब वह आराधना कर रहे थे। यूजन पिटरसन लिखते हैं कि "हम मसीह आराधना के बहुमुखी आयाम में भागीदार के रूप में भरती किए गए हैं।" यूहन्ना "के दिमाग में आराधना थी और प्राथमिक रूप से आराधना के विषय में सोच रहे थे।" परमेश्वर यूहन्ना से बातें करते हैं जब वह आराधना कर रहे हैं और यीशु प्रकट होते हैं।
प्रकाशितवाक्य की पुस्तक एशिया में सात चर्च को लिखी गई थी (व.11), जिसके पास्टर यूहन्ना प्रेरित थे, जो पॅटमोस द्वीप में निर्वासित थे "परमेश्वर के वचन और यीशु की गवाही" के कारण (व.9)। यूहन्ना ने " सोने की सात दीवटें देखीं" (व.12), वह हमें बताते हैं कि यें "सात चर्च" थे (व.20)।
बाईबल में सात परिपूर्णता और सिद्धता की संख्या है। इसलिए, इसका अर्थ है संपूर्ण चर्च। यह आपके लिए और मेरे लिए लिखा गया है। यीशु यूहन्ना से कहते हैं कि जो कुछ तू देखता है लिख ले। वह रहस्य को लिखना शुरु करते हैं:" वे सात तारे सातों कलीसियाओं के दूत हैं, और वे सात दीवट सात कलीसियाएँ हैं" (व.20)। हर चर्च का अपना स्वर्गदूत है। यीशु के हाथों में उनके सभी चर्च हैं।
यूहन्ना आत्मिक वास्तविकताओं को प्रकट करते हुए, कविता, गीत, अलंकार, दर्शन, प्रतीक और चित्रों का इस्तेमाल करते हैं। प्रकाशितवाक्य की पुस्तक के भाग को समझना बहुत कठिन बात है। लेकिन यह बने रहने के योग्य है। बाईबल में यह एकमात्र पुस्तक है जहाँ पर हमें निश्चित रूप से बताया गया है कि जो इसे पढ़ते हैं वे आशीष पायेंगेः" धन्य है वह जो इस भविष्यवाणी के वचन को पढ़ता है, और वे जो सुनते हैं और इसमें लिखी हुई बातों को मानते हैं; क्योंकि समय निकट है" (व.3, एम.एस.जी)।
ऐसा लगता है कि आरंभिक मसीहों ने पहले ही उनके विश्राम दिन और आराधना को शनिवार (सब्त) से बदलकर रविवार कर दिया था। प्रकटीकरण की शुरुवात हुई "प्रभु के दिन..." (व.10) – जिस दिन प्रभु का पुनरुत्थान हुआ, दूसरे शब्दों में, रविवार।
संपूर्ण बाईबल की तरह, प्रकाशितवाक्य की पुस्तक यीशु पर केंद्रित हैः"यीशु मसीह की ओर से जो विश्वासयोग्य साक्षी और मरे हुओं में से जी उठने वालों में पहिलौठा और पृथ्वी के राजाओं का हाकिम है" (व.5)। प्रकाशितवाक्य के विवरण में फँस जाना बहुत आसान है, लेकिन जरुरी है कि यीशु पर ध्यान केंद्रित रखें। पुस्तक का सामान्य संदेश स्पष्ट है - यीशु जीतते हैं!
यीशु " हम से प्रेम रखते हैं, और उन्होंने अपने लहू के द्वारा हमें पापों से छुडाया है, और हमें एक राज्य और अपने पिता परमेश्वर के लिये याजक भी बना दिया है" (वव.5ब-6)। यीशु के द्वारा आप प्रेम किए गए हैं, अपने बंधनों से छुड़ाए गए हैं और ऊँचे उठाए गए हैं।
आपका मूल्य इस बात पर आधारित नहीं है कि आप क्या करते हैं या कैसे दिखते हैं, नाहीं दूसरे आपके विषय में क्या सोचते हैं। आपका मूल्य महान है क्योंकि यीशु आपसे इतना प्रेम करते हैं कि उन्होंने आपके लिए अपना लहू बहाया।
यीशु दोबारा आयेंगे। यह गुप्त रूप से नहीं होगा। हर कोई इसे देख पायेगाः" देखो, वह बादलों के साथ आने वाले हैं, और हर एक आँख उसे देखेगी, वरन् जिन्होंने उसे बेधा था वे भी उसे देखेंगे" (व.7)। आप विजयी दल में हैं। यीशु वापस आ रहे हैं और आप उनके साथ अनंतता का आनंद लेंगे।
यूहन्ना ने " मनुष्य के पुत्र सदृश एक पुरुष को देखा" (व.13)। यह यीशु का पसंदीदा तरीका था अपने आपको बताने का। वह यीशु को उनके सारे ऐश्वर्य और महिमा में देखते हैं, " जो पाँवों तक का वस्त्र पहने, और छाती पर सोने का पटुका बाँधे हुए था" (व.13)। वह उन्हें उनकी सारी शुद्धता और अनंतता में देखते हैं:"उनके सिर और बाल श्वेत ऊन वरन् पाले के समान उज्ज्वल थे, और उनकी आँखें आग की ज्वाला के समान थीं। उनके पाँव उत्तम पीतल के समान थे जो मानो भट्टी में तपाया गया हो, और उसका शब्द बहुत जल के शब्द के समान था" (वव.14-15)।
वह उनके रूप की पूर्ण भव्यता को देखते हैं:"वह अपने दाहिने हाथ में सात तारे लिये हुए थे, और उनके मुख से तेज दोधारी तलवार निकलती थी। उनका मुँह ऐसा प्रज्वलित था, जैसा सूर्य कड़ी धूप के समय चमकता है" (व.16)। कभी कभी, जब लोग यीशु की उपस्थिति में समय बिताते हैं, उनके चेहरे चमकने लगते हैं। यह हमें बताता है कि यीशु कैसे दिखते हैं।
यीशु के प्रकटीकरण को पाकर यूहन्ना आराधना करने लगते हैं:" मैं ने उन्हे देखा तो उनके पैरों पर मुर्दा सा गिर पड़ा।" (व.17)। यीशु उस पर अपना हाथ रखकर कहते हैं, "मत डर; मैं प्रथम और अन्तिम और जीवता हूँ; मैं मर गया था, और अब देख मैं युगानुयुग जीवता हूँ; और मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ मेरे ही पास हैं" (वव.17-18, एम.एस.जी)।
प्रार्थना
जकर्याह 9:1-11:17
अन्य राष्ट्रों के विरूद्ध न्याय
9एक दु:ख पूर्ण सन्देश। यह यहोवा का सन्देश हद्राक के देश और उसकी राजधानी दमिश्क के बारे में है: “इस्राइल के परिवार समूह के लोग ही एक मात्र वे लोग नहीं है जो परमेश्वर के बारे में जानते हैं। हर एक व्यक्ति सहायता के लिये उनकी ओर दख सकता है। 2 हद्राक के देश की सीमा हमात है और सोर तथा सीदोन भी यही करते हैं। वे लोग बहुत बुद्धिमान हैं। 3 सोर एक किले की तरह बना है। वहाँ के लोगों ने चाँदी इतना इकट्ठा की है, कि वह धूलि के समान सुलभ है और सोना इतना सामान्य है जितनी मिट्टी। 4 किन्तु हमारे स्वामी यहोवा यह सब ले लेगा। वे उसकी शक्तिशाली नौसेना को नष्ट करेगा और वह नगर आग से नष्ट होजाएगा!
5 अश्कलोन में रहने वाले लोग इन घटनाओं को देखेंगे और वे डरेंगे। अज्जा के लोग भय से काँप उठेगे और एक्रोन के लोग सारी आशएँ छोङ देंगे, जब वे उन घटनाओं को घटित होते देखेंगे। अज्जा में कोई राजा बचा नहीं रहेगा। कोई भी व्यक्ति अब अश्कलोन में नहीं रहेगा। 6 अश्दाद में लोग यह भी नही जानेंगे कि उनके अपने पिता कौन हैं मैं गर्वीले पलिश्ती लोगों को पूरी तरह नष्ट कर दूँगा। 7 वे रक्त सहित माँस को या कोई भी वर्जीत भोजन नहीं खायेंगे। कोई भी बचा पलिश्ती हमारे राष्ट्र का अंग बनेगा। वे यहूदा में एक नया परिवार समूह होंगे। एक्रोन के लोग हमारे लोगों के एक भाग होंगे जैसा कि यबूसी लोग बन गए। मैं अपने देश की रक्षा करूँगा। 8 मैं शत्रु की सेनाओ को यहा से होकर नहीं निकल ने दूँग।मैं उन्हें अपने लोगों को और अधिक चाट नहीं पहुचाने दूँगा। मैंने अपनी आँखों से देखा कि अतित में मेरे लोगों ने कितना कष्ट उठाया।”
भविष्य का राजा
9 सिय्योन, आनन्दित हो!
यरूशलेम के लोगों आनन्दघोष करो!
देखो तुम्हारा राजा तम्हारे पास आ रहा है!
वह विजय पानेवाला एक अच्छा राजा है। किन्तु वह विनम्र है।
वह गधे के बच्चे पर सवार है, एक गधे के बच्चे पर सवार है।
10 राजा कहता है, “मैंने एप्रैम में रथों को
और यरूशलेम में घुङसवारों को नष्ट किया।
मैंने युद्ध में प्रयोग किये गये धनुषों को नष्ट किया।”
अन्य राष्ट्रों ने शान्ति—संधि की बातें सुनीं।
वह राजा सागर से सागर तक राज्य करेगा।
वह नदी से लेकर पृथ्वी के दूरतम सेथानों पर राज्यकरेगा।
यहोवा अपने लोगों की रक्षा करेगा
11 यरूशलेम हमने अपनी वाचा को खून से मुहरबन्द किया अत:
मैने तम्हारे बन्दियों को स्वतन्त्र कर दिया, तम्हारे लोग उस सूने बन्दिगृह में अब नहीं रह गए हैं।
12 बन्दियों, अपने घर जाओ!
अब तुम्हारे लिये कुछ आशा का अवसर है।
अब मैं तुमसे कह रहा हूँ,
मैं तुम्हारे पास लौट रहा हूँ!
13 यहुदा, मैं तम्हारा उपयोग एक धनुष—जैसा करूँगा।
एप्रैम, मैं तम्हारा उपयाग बाणों जैसा करूँगा।
इस्राइल, मैं तुम्हारा उपयोग
यूनान से लङने के लिए दृढ तलवार जैसा करूँगा।
14 यहोवा उसके सामने प्रकट होगा
और वह अपने बाण बिजली की तरह चलायेगा।
यहोवा, मेरे स्वामी तरही बजाएगा
और सेना मरूभूमि के तूफान के समान आगे बढ़ेगी।
15 सर्वशक्तिमान यहोवा उनकी रक्षा करेगा।
सैनिक पत्थर और गुलेल का उपयोग शत्रु को पराजित करने में करेंगे।
वे अपने शत्रुओं का खुन बहायेंगे,
यह दाखमधु जैसा बहेगा।
यह वेदी के कानों पर फेंके गए खून जैसा होगा!
16 उस समय, उनके परमेश्वर यहोवा
अपने लोगों को वैसे ही बचाएगा,
जैसे गङेरिया भेङों को बचाता है।
वे उनके लिये बहुत मूल्यावान होंगे।
वे उनके हाथो में जगमगाते रत्न— से होंगे।
17 हर एक चीज अच्छी और सुन्दर होगी!
वहाँ अदभुत फसल होगी,
किन्तु वहाँ केवल अन्न और दाखधु नहीं होगी।
वहाँ युवक युवतीयाँ होंगी!
यहोवा की प्रतिज्ञायें
10बसन्त ऋतु में यहोवा से वर्षा के लिये प्रार्थना करो। यहोवा बिजली भेजेगा और वर्षा होगी। और परमेश्वर हर एक व्यक्ति के खेत में उगायेगा।
2 ये जादुगर अपनी छोटी मूर्तियों और जादू का उपयोग भविष्य की घटनाओं को जानने के लिए करते हैं, किन्तु यह सब व्यर्थ है। वे लोग दर्शन करते हैं और अपने स्वपनों के बारे में कुछ कहते हैं, किन्तु यह सब व्यर्थ झुठ के अलावा कुछ नहीं हैं। अत: लोग भेङों की तरह इधर —उधर सहायता के लिये पुकारते हुए भटक रहे हैं। किन्तु उनको रास्ता दिखाने वाला कोई गङेरया नहीं।
3 यहोवा कहता है, “मैं गङेरियों (प्रमुखों) पर बहुत क्रोधित हूँ। मैंने उन प्रमुखों को अपनी भेङो(लोगों) की दखभाल का उत्तरदायित्व सौंपा था।” (यहुदा के लोग परमेश्वर की रेवङ है और सर्वशक्तिमान यहुवा, सचमुच, अपने रेवङ की दखभाल करता है। वह उनकी ऐसा दखभाल करता है, जैसा कोई सैनिक अपने घोङे की रखता है।)
4 “कोने का पत्थर, डेरे की खूँटी, यद्ध का धनुष और आग बढते सैनिक सभी यहुदा के साथ आएंगे। वे अपने शत्रुओ को पराजित करेंगे, यह कीचङ मैं आगे बढ़ते सैनिकों जैसा होंगे। 5 वे युद्ध करेंगे, और यहोवा उनके साथ है। अत: वे शत्रु के घुङसवारों को भी हरायेंगे। 6 मैं यहुदा के परिवार को शक्तिशाली बनाऊँगा।मैं युसुफ को परिवार को युद्ध में विजयी बनाऊँगा। मैं उन्हें स्वस्थ और सुरक्षित वापस लाऊँगा। मैं उन्हें आराम दूँगा। यह ऐसा होगा, मानों मैंने उन्हें कभी नही छोङा। मैं यहोवा, उनका परमेश्वर हूँ और मैं उनकी सहायता करूँगा। 7 एप्रैम के लोग शक्तिशाली पुरूष होंगे और ऐसे प्रसन्न होंगे,जैसे वे सैनीक जिन्हें पीने के लिये बहुत अधिक मिल गया हो। उनकी सन्तानें आन्नद मनायेंगी और वे सभी प्रसन्न रहेंगे। वे सभी यहोवा के साथ आन्नद का अवसर पाएंगे।
8 “मैं उनको सीटी दे कर सभी को एक साथ बुलाऊँगा। मै, सच ही, उन्हें बचााऊँगा। ये लोग असंख्य हो जाएंगे। 9 हाँ, मैं सभी राष्ट्रों में अपंने लोगों को बिखेर रहा हुँ। किन्तु मुझे उन देशो में याद करेंगे वे और उनकी सन्तानें बचीं रहेंगी।और वे वापस आएंगे। 10 मैं उन्हें मिस्र और अश्शूर से वापस लाऊँगा मैं उन्हें गिलाद क्षेत्र में लाऊँगा और क्योंकि वहा काफी जगह नहीं होगी। अत: मैं उन्हें समीप के लबानोन में भी रहने दुँगा। 11 (यह वैसा ही होगा, जैसा यह पहले तब था, जब परमेश्वर उन्हें मिस्र से निकाल लाया था।उसने समुद्र की तरंगों पर चोट की थी। समुद्र फट गया था और लोग विपत्ति के समुद्र को पैदल पार कर गए थे। यहोवा नदियों की धाराओंको सुखा दगा। वे अश्शूर के गर्व और मिस्र की शक्ति को नष्ट कर देगा) 12 यहोवा अपने लोगों को शक्तिशाली बनाएगा और वे उनके और उनके नाम के लिये जीवीत रहेंगे।” यहोवा ने यह सब कहा।
परमेश्वर यहूदा के चारों ओर के राष्ट्रों को दण्ड दागा
11लबानोन, अपने द्वार खोलो, क्योंकि आग भीतर लबानोन
“और वह तम्हारे दवदारू के पेङों को जला देगी।
2 साइप्रस के पेड़ रोएंगे क्योंकि देवदारू के पेड़ गिर गए।
वे विशाल पड़ उठा लिये गए।
बाशान के आक—वृक्षों, उस वन के लिये रोओ,
जो काट डाला गया।
3 रोते गड़ेरियों की सुनो।
उनके शक्तिशाली प्रमुख दुर कर दिये गेए।
जवान सिंहों की दहाड़ को सुनो।
यरदन नदी के किनारे की उनकी घनी झाड़ियां ले ली गई।
4 मेरा परमेश्वर यहोवा कहता है, “उन भेड़ों की रक्षा करो, जिन्हें मारने के लिये पाला गया हैं। 5 उनके प्रमुख, स्वामी और व्यापारी के समान हैं। स्वामी अपने भड़ो को मानता है और उन्हें दण्ड नहीं मिलता। व्यापारी भेड़ों को बेचता है और कहता है, ‘यहोवा की महिमा से मैं सम्पन्न हूँ।’ गड़ेरिये अपने भड़ो के लिये दु:खी नहीं होते 6 और मैं इस दश में रहने वालों के लिये दुःखी नहीं होता।” यहोवा ने यह सब कहा, “देखो, मैं हर एक को उसके पड़ोसी और राजा के साथ सौप दूँगा।मैं उन्हें उनका देश नष्ट करने दूँगा, मै उन्हें रोकूँगा नहीं!”
7 अत: मैंने उन दिन भड़ों की दखभाल की, जिन्हें मारने के लिये पाला गया था। मुझे दो छड़ियाँ मिलीं।मैंने एक छड़ी का नाम अनुग्रह रखा और दुसरी छड़ी को एकता कहा और तब मैंने भेड़ो की देखभाल आरम्भ की। 8 मैंने सभी तीन गड़ेरीयों एक महीने मैं नष्ट कर दिया। मैं भेड़ों पर क्रोधित हुआ और वे मुझसे घृणा करने लगीं। 9 तब मैंने कहा, “मैं तम्हें छोड़ता हूँ! मैं तम्हारी दखभाल नहीं करूँगा! मैं उन्हें मर जाने दूँगा, जो मर जाना चाहते हैं। मैं उन्हें नष्ट हो जाने दूँगा, जो नष्ट किया जाना चाहते हैं।और जो बचेंगे वे एक दुसरे को नष्ट करेंगे।” 10 तब मैंने अनुग्रह नामक छड़ी ली और उसे तोड़ दी। मैंने यह इस बात को प्रकट करने के लिये किया कि सभी राष्ट्रों के साथ परमेश्वर की वाचा टूट गई। 11 अत: उस दिन वाचा समाप्त हो गई और उन दीन भेड़ों ने जा मेरी ओर दख रही थीं, समझ लिया कि यह सन्देश यहोवा का है।
12 तब मैंने कहा, “यदि तुम मुझे भगतान करना चाहते हो,तो भुगतान करो, यदि नहीं चाहते हो तो मत करो!”अत: उन्होंने चांदी के तीस टुकड़े दिये। 13 तब यहोवा ने मुझ से कहा, “इसका अर्थ है कि वे मेरी कीमत कितनी आंकते हैं। उन अधिक धन को मंदिर के खजाने में डाल दो।”इसलिये मैंने चांदी के तीस टुकड़ों को लिया और उन्हें यहोवा के मंदिर के खजाने में डाल 14 दिया।तब मैंने एकता नामक छड़ी को दो टुकड़ों में काट डाला। यह, मैंने यह बात प्रकट करने के लिये किया कि इस्राइल और यहूदा के बीच की एकता टूट गई।
15 तब यहोवा ने मुझ से कहा, “अब, एक ऐसी छड़ी की खोज करो, जिसका उपयाग वास्तव में भेड़ों हाँकने के लिये न हो सके। 16 यह इस बात को प्रकट करेगा कि मैं इस देश के लिये एक नया गड़ेरिया लाऊँगा। किन्तु यह युवक उन भेड़ो की दखभाल करने में सक्षम नहीं होगा, जो नष्ट की जा चुकी है। वह चाट खाई भेड़ों को स्वस्थ नहीं कर सकेगा। वह उन्हें खिला नहीं पाएगा जो अभी जीवीत बची हैं। और स्वस्थ भेड़ें सारी खा ली जाएंगी,केवल उन्की खुरें बची रहेंगी।”
17 हे मेरे नालायक गड़ेरिये।
तुमने मेरी भेड़ों को त्याग दिया।
उसे दण्ड दो!
तलवार से उसकी दायी भुजा और दायीं आंख पर प्रहार करो।
उनकी दायीं भुजा व्यर्थ होगी
और और उसकी दायीं आंख अंधी होगी।
समीक्षा
उद्धारकर्ता का प्रकटीकरण
क्यों कुछ लोग लगातार सकारात्मक होते हैं: यह एक छोटे शब्द से उत्पन्न होता हैः"आशा"। यीशु, जैसा कि इस लेखांश में प्रकट है, " तेरे बन्दियों को बिना जल के गड़हे में से उबार लिया है" (9:11, एम.एस.जी)।
यीशु आपको आशा से भरते हैं। आपकी वर्तमान स्थिति चाहे कितनी भी खराब हो कभी भी आशा मत छोड़िये। हम "आशा के कैदी" हैं (व.12)। जॉयस मेयर लिखती हैं, "सच्ची आशा एक नियमित सकारात्मक व्यवहार है तो इस बात से अंतर नहीं पड़ता है कि वर्तमान समय में क्या हो रहा है, वस्तुएँ बदल कर बेहतर होंगी।"
जकर्याह के वचन कई स्तर में परिपूर्ण होते हैं। अध्याय 9 के ऐतिहासिक परिपूर्णता से बढ़कर (द ग्रेट अलेक्जंडर और मेकाबीस के द्वारा), यीशु में प्रकट परिपूर्णता थी।
" क्योंकि तेरा राजा तेरे पास आएगा; वह सत्यनिष्ठ और उध्दार पाया हुआ है, वह दीन है, और गदहे पर वरन् गदही के बच्चे पर चढ़ा हुआ आएगा" (व.9)। ये वचन पहले भजन रविवार को पूरा हुआ, जैसे ही यीशु एक गदहे पर बैठकर यरूशलेम में आये (मत्ती 21:1-5; मरकुस 11:1-11)।
जकर्याह दर्शन देखते हैं कि एक दीन, सत्यनिष्ठा राजा आएगा और उद्धार लायेगा। वह नम्र, दीन और अनंतरूप से दयालु है। उसका राज्य लड़ाई के पारंपरिक तरीके से नहीं आयेगा। वह एक सैनिक राजा नहीं है (जकर्याह 9:10)।
वह यहूदी और अन्यजातियों के लिए शांति लायेंगे (व.10, इफीसियों 2:17 भी देखो)। उनका राज्य समुद्र से लेकर समुद्र तक फैल जाएगा (जकर्याह 9:10)। आप महान आशीषों का अनुभव करेंगे " क्योंकि मेरी वाचा के लहू के कारण" (व.11)।
वह कैदियों को स्वतंत्र करते हैं (व.11; यशायाह 61:1; लूका 4:18 देखें)। वह आप तक सुरक्षा लाते हैं:" हे आशा धरे हुए बन्दियो! गढ़ की ओर फिरो" (जकर्याह 9:12)। वह आपको महान आशीष देते हैं:" मैं तुम को बदले में दोगुना सुख दूँगा" (व.12)। "एक योद्धा की तलवार की तरह" वह अभेद्य हैं (व.13, प्रकाशितवाक्य 1:16 देखें)। वह आपको उद्धार देते हैं (जकर्याह 10:16; लूका 12:32; यूहन्ना 10:1-16 भी देखें)।
जकर्याह की इन भविष्यवाणीयों में बहुत से दूसरे अद्भुत वायदे भी हैं, जिसमें है यीशु जो कि "सिरे का पत्थर हैं" (जकर्याह 10:4) और "अच्छा चरवाह" जो "कृपादृष्टि" और "एकता" के साथ झुंड की रखवाली करेगा (11:7)। यह उन चरवाहों के बहुत विपरीत हैं " जो खोई हुई को न ढूँढ़ेगा, न तितर-बितर को इकट्ठी करेगा, न घायलों को चंगा करेगा, न जो भली चंगी हैं उनका पालन-पोषण करेगा" (व.16)।
इस लेखांश में हम यहूदा के द्वारा पकड़वाये जाने के प्रतिबिंब को भी देखते हैं। "चाँदी के तीस सिक्के" (व.12) यह दाम यीशु के सिर के लिए लगाया गया था (मत्ती 26:15 देखें)।
लगभग यीशु के जीवन का हर विवरण, चरित्र, मिशन, मृत्यु, पुनरुत्थान और विजय किसी तरह से पुराने नियम में प्रतिबिंब के रूप में दर्शाया गया है और नये नियम में प्रकट किया गया है।
प्रार्थना
पिप्पा भी कहते है
प्रकाशितवाक्य 1:13-17
यीशु को देखकर, यूहन्ना लिखते हैं, जब मैं ने उन्हे देखा तो उनके पैरों पर मुर्दा सा गिर पड़ा"।
यीशु के बारे में यह सोचना सरल बात है कि वह अच्छे शिक्षक के रूप में गलील में भलाई करते फिरते थे। यहाँ पर हम उन्हें जी उठा देखते हैं, अपने सारे ऐश्वर्य और महिमा में, जब केवल हम उनके चरणों में मुंह के बल केवल गिर सकते हैं।
दिन का वचन
प्रकाशितवाक्य – 1:17-18
"जब मैं ने उसे देखा, तो उसके पैरों पर मुर्दा सा गिर पड़ा और उस ने मुझ पर अपना दाहिना हाथ रख कर यह कहा, कि मत डर; मैं प्रथम और अन्तिम और जीवता हूं। मैं मर गया था, और अब देख; मैं युगानुयुग जीवता हूं; और मृत्यु और अधोलोक की कुंजियां मेरे ही पास हैं।”
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संदर्भ
जॉयस मेयर, एव्रीडे लाइफ बाईबल, (फेथवर्डस 2013) पी1459
जहाँ पर कुछ बताया न गया हो, उन वचनों को पवित्र बाइबल, न्यू इंटरनैशनल संस्करण एन्ग्लिसाइड से लिया गया है, कॉपीराइट ऊ 1979, 1984, 2011 बिबलिका, पहले इंटरनैशनल बाइबल सोसाइटी, हूडर और स्टोगन पब्लिशर की अनुमति से प्रयोग किया गया, एक हॅचेट यूके कंपनी सभी अधिकार सुरक्षित। ‘एनआईवी", बिबलिका यू के का पंजीकृत ट्रेडमार्क संख्या 1448790 है।
जिन वचनों को (एएमपी, AMP) से चिन्हित किया गया है उन्हें एम्प्लीफाइडऍ बाइबल से लिया गया है. कॉपीराइट ऊ 1954, 1958, 1962, 1964, 1965, 1987 लॉकमैन फाउंडेशन द्वारा प्राप्त अनुमति से उपयोग किया गया है। (www.Lockman.org)
जिन वचनों को (एमएसजी MSG) से चिन्हित किया गया है उन्हें मैसेज से लिया गया है। कॉपीराइट ऊ 1993, 1994, 1995, 1996, 2000, 2001, 2002. जिनका प्रयोग एनएवीप्रेस पब्लिशिंग ग्रुप की अनुमति से किया गया है।
जॉयस मेयर, एव्रीडे लाइफ बाईबल, "मैं जानती हूँ कि यह सरल लग सकता है लेकिन मैं सोचती हूँ कि हम कह सकते है कि सच्ची आशा एक नियमित सकारात्मक व्यवहार है जो इस बात से अंतर नहीं पड़ता है कि वर्तमान समय में क्या हो रहा है, वस्तुएँ बदलकर बेहतर होंगा" (पेज 1459)