दिन 344

यीशु को कैसे पायें

बुद्धि नीतिवचन 30:1-10
नए करार प्रकाशित वाक्य 2:1-17
जूना करार जकर्याह 12:1-14:21

परिचय

संपूर्ण बाईबल यीशु के विषय में है। मार्टिन लूथर ने कहा, "पवित्रशास्त्र वह मैनेजर है जिसमें मसीह रहते हैं।" जैसे कि एक माँ अपने बच्चों को देखने के लिए पालने के पास जाती है, वैसे ही मसीह बाईबल में जाता है यीशु को देखने के लिए। पालने का निरीक्षण करते हुए बालक की आराधना करना न भूलें।

आज के लेखांश में हम देखते हैं कि कैसे यीशु मसीह ना केवल नये नियम में प्रकट हैं, प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में, लेकिन पुराने नियम में भी –नीतिवचन और जकर्याह में।

बुद्धि

नीतिवचन 30:1-10

याके के पूत्र आगूर की सुक्तियाँ

30ये सूक्ति आगूर की हैं, जो याके क पूत्र था। यह पुरुष ईतीएल और उक्काल से: कहता है

2 मैं महाबुद्धिहीन हूँ। मुझमें मनुष्य की समझदारी बिल्कुल नहीं है। 3 मैंने बुद्धि नहीं पायी और मेरे पास उस पवित्र का ज्ञान नहीं है। 4 स्वर्ग से कोई नहीं आया और वहाँ के रहस्य ला सका पवन को मुट्ठी में कोई नहीं बाँध सका। कोई नहीं बाँध सका पानी को कपड़े में और कोई नहीं जान सका धरती का छोर। और यदि कोई इन बातों को कर सका है, तो मुझसे कहो, उसका नाम और उसके पुत्र का नाम मुझको बता, यदि तू उसको जानता हो।

5 वचन परमेश्वर का दोष रहित होता है, जो उसकी शरण में जाते हैं वह उनकी ढाल होता है। 6 तू उसके वचनों में कुछ घट—बढ़ मत कर। नहीं तो वह तुझे डांटे फटकारेगा और झूठा ठहराएगा।

7 हे यहोवा, मैं तुझसे दो बातें माँगता हूँ: जब तक मैं जीऊँ, तू मुझको देता रह। 8 तू मुझसे मिथ्या को, व्यर्थ को दूर रख। मुझे दरिद्र मत कर और न ही मुझको धनी बना। मुझको बस प्रतिदिन खाने को देता रह। 9 कहीं ऐसा न हो जाये बहुत कुछ पा करके मैं तुझको त्याग दूँ; और कहने लगूँ “कौन परमेश्वर है” और यदि निर्धन बनूँ और चोरी करूँ, और इस प्रकार मैं अपने परमेश्वर के नाम को लजाऊँ।

10 तू स्वामी से सेवक की निन्दा मत कर नहीं तो तुझको, वह अभिशाप देगा और तुझे उसकी भरपाई करनी होगी।

समीक्षा

यीशु के नाम

क्या परमेश्वर का कोई प्रमाण है:

संशयवादी ने कहा, " न मैंने बुध्दि प्राप्त की है, और न परमपवित्र का ज्ञान मुझे मिला है" (वव.1-3, एम.एस.जी)।

संशयवादी पाँच प्रश्न पूछते हैं (व.4):

  1. कौन स्वर्ग पर चढ़कर फिर उतर आया?
  2. किसने वायु को अपनी मुट्ठी में बटोर रखा है?
  3. किसने महासागर को अपने वस्त्र में बाँध लिया है?
  4. किसने पृथ्वी की सीमाओं को ठहराया है?
  5. उनका नाम क्या है: यदि तू जानता हो तो बता

नया नियम प्रकट करता है कि इन पाँच प्रश्नों के उत्तर हैं, यीशु, यीशु, यीशु, यीशु, यीशु। यह यीशु हैं जो स्वर्ग में गए (उदाहरण के लिए, इफीसियों 4:8-10 देखें)। यीशु के द्वारा संपूर्ण विश्व अस्तित्व में आया (यूहन्ना 1:1-3)। उनका नाम हर एक नाम के ऊपर है (फिलिप्पियों 2:9)। परमेश्वर का प्रमाण यीशु में पाया जाता है।

नया नियम प्रकट करता है कि परमेश्वर का नाम है यीशु। नीतिवचन के लेखक गहराई से "परमेश्वर के नाम" के विषय में चिंता करते हैं (नीतिवचन 30:9)। वह कहते हैं, " मुझे न तो निर्धन कर और न धनी बना" (व.8)। वह डरते हैं कि "ऐसा न हो कि जब मेरा पेट भर जाए, तब मैं इन्कार करके कहूँ कि यहोवा कौन हैं: या अपना भाग खोकर चोरी करूँ, और अपने परमेश्वर का नाम अनुचित रीति से लूँ" (व.9)।

प्रार्थना

यीशु मैं आपकी आराधना करता हूँ, आपका नाम हर नाम के ऊपर है। मैं आपके सामने अपने घुटने टेकता हूँ। आज मेरी ढ़ाल बनिये जैसे ही मैं आपमें शरण लेता हूँ (व.5)। आज मुझे मेरे प्रतिदिन की रोटी दीजिए (व.8)।
नए करार

प्रकाशित वाक्य 2:1-17

इफिसुस की कलीसिया को मसीह का सन्देश

2“इफिसुस की कलीसिया के स्वर्गदूत के नाम यह लिख:

“वह जो अपने दाहिने हाथ में सात तारों को धारण करता है तथा जो सात दीपाधारों के बीच विचरण करता है; इस प्रकार कहता है:

2 “मैं तेरे कर्मों कठोर परिश्रम और धैर्यपूर्ण सहनशीलता को जानता हूँ तथा मैं यह भी जानता हूँ कि तू बुरे लोगों को सहन नहीं कर पाता है तथा तूने उन्हें परखा है जो कहते हैं कि वे प्रेरित हैं किन्तु हैं नहीं। तूने उन्हें झूठा पाया है। 3 मैं जानता हूँ कि तुझमें धीरज है और मेरे नाम पर तूने कठिनाइयाँ झेली हैं और तू थका नहीं है।

4 “किन्तु मेरे पास तेरे विरोध में यह है: तूने वह प्रेम त्याग दिया है जो आरम्भ में तुझमें था। 5 सो याद कर कि तू कहाँ से गिरा है, मनफिरा तथा उन कर्मों को कर जिन्हें तू प्रारम्भ में किया करता था, नहीं तो, यदि तूने मन न फिराया, तो मैं तेरे पास आऊँगा और तेरे दीपाधार को उसके स्थान से हटा दूँगा। 6 किन्तु यह बात तेरे पक्ष में है कि तू नीकुलइयों के कामों से घृणा करता है, जिनसे मैं भी घृणा करता हूँ।

7 “जिसके पास कान हैं, वह उसे सुने जो आत्मा कलीसियाओं से कह रहा है। जो विजय पाएगा मैं उसे परमेश्वर के उपवन में लगे जीवन के वृक्ष से फल खाने का अधिकार दूँगा।

स्मुरना की कलीसिया को मसीह का सन्देश

8 “स्मुरना की कलीसिया के स्वर्गदूत को यह लिख:

“वह जो प्रथम है और जो अन्तिम है, जो मर गया था तथा जो पुनर्जीवित हो उठा है, इस प्रकार कहता है:

9 “मैं तुम्हारी यातना और तुम्हारी दीनता के विषय में जानता हूँ। यद्यपि वास्तव में तुम धनवान हो! जो अपने आपको यहूदी कह रहे हैं, उन्होंने तुम्हारी जो निन्दा की है, मैं उसे भी जानता हूँ। यद्यपि वे यहूदी हैं नहीं। बल्कि वे तो उपासकों का एक ऐसा जमघट हैं जो शैतान से सम्बन्धित है। 10 उन यातनाओं से तू बिल्कुल भी मत डर जो तुझे झेलनी हैं। सुनो, शैतान तुम लोगों में से कुछ को बंदीगृह में डालकर तुम्हारी परीक्षा लेने जा रहा है। और तुम्हें वहाँ दस दिन तक यातना भोगनी होगी। चाहे तुझे मर ही जाना पड़े, पर सच्चा बने रहना मैं तुझे अनन्त जीवन का विजय मुकुट प्रदान करूँगा।

11 “जो सुन सकता है वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कह रही है। जो विजयी होगा उसे दूसरी मृत्यु से कोई हानि नहीं उठानी होगी।

पिरगमुन की कलीसिया को मसीह का सन्देश

12 “पिरगमुन की कलीसिया के स्वर्गदूत यह लिख:

“वह जो तेज दोधारी तलवार को धारण करता है, इस प्रकार कहता है:

13 “मैं जानता हूँ तू कहाँ रह रहा है। तू वहाँ रह रहा है जहाँ शैतान का सिंहासन है और मैं यह भी जानता हूँ कि तू मेरे नाम को थामे हुए है तथा तूने मेरे प्रति अपने विश्वास को कभी नहीं नकारा है। तुम्हारे उस नगर में जहाँ शैतान का निवास है, मेरा विश्वासपूर्ण साक्षी अन्तिपास मार दिया गया था।

14 “कुछ भी हो, मेरे पास तेरे विरोध में कुछ बातें हैं। तेरे यहाँ कुछ ऐसे लोग भी हैं जो बिलाम की सीख पर चलते हैं। उसने बालाक को सिखाया था कि वह इस्राएल के लोगों को मूर्तियों का चढ़ावा खाने और व्यभिचार करने को प्रोत्साहित करे। 15 इसी प्रकार तेरे यहाँ भी कुछ ऐसे लोग हैं जो नीकुलइयों की सीख पर चलते हैं। 16 इसलिए मन फिरा नहीं तो मैं जल्दी ही तेरे पास आऊँगा और उनके विरोध में उस तलवार से युद्ध करूँगा जो मेरे मुख से निकलती है।

17 “जो सुन सकता है, वह सुने कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कह रहा है!

“जो विजयी होगा, मैं उसे स्वर्ग में छिपा मन्ना दूँगा। मैं उसे एक श्वेत पत्थर भी दूँगा जिस पर एक नया नाम अंकित होगा। जिसे उसके सिवा और कोई नहीं जानता जिसे वह दिया गया है।

समीक्षा

यीशु के वचन

यीशु के वचन ("प्रथम और अंतिम, जो मरा और फिर जी उठा, "व.8) सात कलीसियाओं के लिए बहुत ही चुनौतिपूर्ण है। जी उठे, स्वर्ग में गए, महिमा पाये हुए यीशु प्रकट करते हैं कि वह किस प्रकार का चर्च चाहते हैं:

  1. अपना पहला प्यार मत खोईये
  • यीशु ऐसा एक चर्च चाहते हैं जो अपने प्रेम के लिए प्रसिद्ध और सर्वोपरी हो।

क्या आपको याद है कि आपने कैसा महसूस किया था जब आप पहली बार यीशु से मिले थे: शायद से आपने आनंद, शांति, अर्थ और उद्देश्य का एक नया बोध, और उत्साह महसूस किया था। क्या आप "प्रेम करने लगे:" क्या वहाँ पर एक "हनीमून का समय" था:

जैसे ही जीवन का चक्र गुजरता है यह आसान बात है कि अपने "पहले प्रेम" को खो दें (व.4)। दूसरी चीजें सरकती हुई अंदर आ जाती हैं। काम, व्यवसायी जीवन, या आपकी सेवकाई भी आपके प्रथम प्रेम के जुनून से आपको दूर भटका सकती है।

यीशु उनकी सेवा की सराहना करते हैं:" मैं तेरे काम, और तेरे परिश्रम, और तेरे धीरज को जानता हूँ" (व.2)। लेकिन मेरे जीवन में ऐसे भी समय थे जब मैं राज्य के लिए बहुत कठिन परिश्रम कर रहा था कि मैंने राजा को नजरअंदाज कर दिया।

कष्ट में और बने रहने में यीशु उनके धीरज की सराहना करते हैं:" तू धीरज धरता है, और मेरे नाम के लिये दुःख उठाते उठाते थका नहीं" (व.3)। लेकिन ऐसे समय थे जब मैं अपनी परेशानियों और कष्टों पर इतना ध्यान देने लगा था कि मैंने अपने जोश को खो दिया था।

वह उनके विश्वास की सराहना करते हैं –उन्होंने बुराई को अंदर नहीं आने दिया (व.2)। लेकिन ऐसे समय थे जब मैं रूढ़िवादी मत के विषय में इतना चिंतित था कि मैं प्रेम करना भूल गया।

यीशु चुनौती देते हैं:" तू ने अपना पहला –सा प्रेम छोड़ दिया है" (व.4)। ये भयभीत करने वाले शब्द हैं। यदि ऐसा हो चुका है, तो आपको क्या करना चाहिए:

पहला, यीशु हमें चिताते हैं कि अपने पहले प्रेम को स्मरण करिए - इसलिये स्मरण कर कि तू कहाँ से गिरा है (व.5)। यीशु के विषय में अपने पहले प्रेम, जोश और उत्साह को कभी मत खोईये।

दूसरा, मन फिराइये और अपने काम को शुद्ध करिए।यदि आप आत्मसंतुष्टि या समझौते में पड़ गए हैं, तो शायद से आपको मैल से छुटकारा पाने की आवश्यकता है। जैसा कि हमने जकर्याह में पढ़ा, " उस तिहाई को मैं आग में डालकर ऐसा निर्मल करूँगा, जैसे रूप निर्मल किया जाता है, और ऐसा जाँचूँगा जैसे सोना जाँचा जाता है। वे मुझ से प्रार्थना किया करेंगे, और मैं उनकी सुनूँगा। मैं उनके विषय में कहूँगा, ‘ये मेरी प्रजा हैं,‘ और वे मेरे विषय में कहेंगे, ‘यहोवा हमारे परमेश्वर हैं" (जकर्याह 13:9)।

यदि आप अपने जीवन में परीक्षा और जाँच के समय से गुजर रहे हैं, तो परमेश्वर आग की गरमी का इस्तेमाल आपको शुद्ध करने के लिए करेंगे।

तीसरा, फिर से वह चीजें करिए जो आप करते थे जब आप पहली बार यीशु से मिले थे। " पहले के समान काम करिए" (प्रकाशितवाक्य 2:5)।

सताव के सामने दृढ़ता से खड़े रहिए

यीशु मसीह में उनके विश्वास के कारण पास्टर नदरखानी को इरान में बंदीगृह में डाल दिया गया। उन्हें मृत्युदंड की सजा सुनाई गई। अंतर्राष्ट्रीय दबाव के कारण उन्हें मुक्त कर दिया गया और वह अपने परिवार के साथ वापस मिल पाये। एच.टी.बी में मुझे उनके साथ बातचीत करने का सम्मान मिला। हम सभी उनकी वफादारी और साहस के द्वारा उत्साहित हुए।

केवल सात में से दो कलीसिया में यीशु ने दोष नहीं पाया – स्मुरना और फिलेडेल्फिया। स्मुरना आत्मिक रूप से समृद्ध है सतावों और भौतिक गरीबी के बावजूद"मैं तुम्हारे क्लेश और गरीबी को जानता हूँ – फिर भी तुम अमीर हो" (व.9)।

कलीसिया के लिए यीशु के शब्द "मन फिराओ" नहीं हैं (जैसा कि अक्सर दूसरी कलीसिया के साथ था), लेकिन इसके बजाय, "डरो मत" (व.10)। आज सताये गए चर्च की तरह, उन्होंने बंदीगृह, सताव और यहाँ तक की मृत्यु का सामना किया। लेकिन परमेश्वर ने एक सीमा तय की है ("दस दिन के लिए") और वायदा करते हैं, "मैं तुम्हे जीवन का मुकुट दूँगा" (व.10ब)।

  1. सत्य के लिए लड़िये

पिरगमुन में चर्च पृथ्वी में सबसे ईश्वरहीन स्थान में रह रहा था - "जहाँ पर शैतान का सिंहासन है" (व.13)। तब भी यीशु कहते हैं, " तू मेरे नाम पर स्थिर रहता है" (व.13)। सताव के कारण उन्होंने यीशु में अपने विश्वास को नकारा नहीं।

फिर भी, यीशु उन्हें झूठी शिक्षा को मानने और व्यभिचार करने के विरूद्ध चुनौती देते हैं (व.14)। सच्चाई महत्वपूर्ण है। वह उन्हें मन फिराने के लिए कहते हैं (व.16), और वायदा करते हैं कि जो जय पाए, उस को मैं गुप्त मन्ना में से दूँगा (व.17) और मसीह में अनंत सुरक्षा।

प्रार्थना

प्रभु, होने दीजिए कि मैं कभी भी आपके लिए अपने प्रथम प्रेम को न खोऊं। मेरी सहायता कीजिए कि स्मरण करुँ कि मैं कहाँ से गिरा हूँ और आपके पास लौट आऊँ। बड़ी परीक्षा के सामने सताये गए चर्च के उत्साहित करने वाले साहस के लिए आपका धन्यवाद। मेरी सहायता कीजिए कि हमारी संस्कृति के बावजूद आपकी सच्चाई को थामें रहूं। मुझे अपने प्रति वफादार रहने दीजिए।
जूना करार

जकर्याह 12:1-14:21

यहूदा के चारो ओर के राष्ट्रों के बारे में दर्शन

12इस्राइल के बारे में यहोवा का दु:ख सन्देश।यहोवा ने पृथ्वी और आकाश को बनाया। उसने मनुष्य की आत्मा को रचा और यहोवा ने ये बातें कहीं, 2 “देखो, मैं यरूशलेम को उसकी चारों ओर के राष्ट्रों के लिये जहर का प्याला जैसा बनाऊँगा।राष्ट्र आएंगे और उस नगर पर प्रहार करेंगे और सारा यहुदा जाल में जा फंसेगा। 3 किन्तु मैं यरूशलेम को भारी चट्टान बनाऊँगा और जो कोई उसे उठाने की कोशिश करेगा स्वयं घायल होगा। वे लोग, सचमुच, कटेंगे और जख्मी हो जाएंगे। किन्तु पृथ्वी के सारे राष्ट्र एक साथ आएंगे और यरूशलेम के विरूद्ध लड़ेंगे। 4 किन्तु उस समय, मैं घोड़ों को भयभीत कर दुँगा और घुड़सवार घबरा जाएंगे।मैं शत्रु के सभी घोड़ो को अन्धा कर दुँगा, किन्तु मेरी आंखें खुली होंगी और मैं यहूदा के परिवार की रक्षा करता 5 रहूँगा। यहूदा के परिवार प्रमुख लोगों को उत्साहित करेंगे। वे कहेंगे, ‘सर्वशक्तिमान यहोवा तुम्हारा परमेश्वर हैं।वह हमें शक्तिशाली बना रहा है।’ 6 उस समय, मैं यहूदा परिवार के प्रमुखों को जंगल में जलती हुई आग जैसा बनाऊँगा। वह अपने शत्रुओ को तिनके को भस्म करने वाली आग जैसा भस्म कर देगा। वह अपने चारों ओर के शत्रुओं कर देगा और यरूशलेम के निवासी फिर बैठने और आराम करने की स्थिति में होंगे।”

7 पहले यहोवा यहूदा के लोगों को बचायेगा, अत: यरूशलेम के निवासी बहुत अधिक डींग नहीं हांकेंगे। दाऊद के परिवार और यरूशलेम में रहने वाले अन्य लोग यह डींग नहीं हांक सकेंगे कि वह यहूदा में रहने वाले अन्य लोग से अच्छे हैं। 8 किन्तु यहोवा यरूशलेम के लोगों की रक्षा करेंगे।यहां तक कि कमजोर से कमजोर दीऊद के सामन बड़ा यद्धा बनेगा और दाऊद के परिवार के लोग यहोवा के अपने दूतों की तरह मार्गदर्शक होंगे।

9 यहोवा कहता है, “उस समय मैं उन राष्ट्रों को नष्ट करूँगा जो यरूशलेम के विरूद्ध युद्ध करने आएंगे। 10 मैं दाऊद के घर और यरूशलेम के निवासियों के हृदय में दया और करूणा की भावनाबरूंगा। वे मेरी ओर देखेंगे, जिसे उन्होंने छेद डाला था और वे बहुत दुखी होंगे वे इतने ही दुखी होंगे। वे इतने ही दुखी होंगे, जितना अपने इकलौते पुत्र की मृत्यु पर रोने वाला व्यक्ति,या अपने पहलौठे पुत्र की मृत्यु पर रोनेवाला व्यक्ति। 11 यरूशलेम में एक बड़े शोक और रूदन का समय आएगा।यह उस समय की तरह होगी, जब मगिद्दो घाटी में हदद्रिम्मोन की मृत्यु पर लोग रोए थे। 12 हर एक परिवार अकेले रोएंगे। दाऊद के परिवार के लोग अकेले रोएंगे और उनकी पत्नियाँ अकेली रोएंगी। नथन के परिवार के पुरूष अकेले रोएंगे, और उनकी पत्नियाँ अकेली 13 रोएंगी।लेवी के परिवार के पुरूष अकेले रोएंगे और उनकी पत्नियाँ अकेली रोएंगी। शिमई के परिवार के पुरूष अकेले रोएंगे और उनकी पत्नीयाँ अकेली रोएंगी। 14 और यही बात सभी परिवार समूहों में होंगी।पुरूष अकेले रोएंगे और स्त्रियाँ अकेली रोएंगी।”

13किन्तु उस समय, पानी का एक नया स्रोत दाऊद के परिवार तथा यरूशलेम रहने वाले लागों के लिय फूट पड़ेगा। वह स्रोता उनके पापों को धो देगा और लोगों को शुद्ध कर देगा।

झूटे नबी भविष्य में नहीं

2 सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “उस समय, मैं पृथ्वी से सभी मूर्तियों को हटा दूँगा। लोग उनका नाम भी याद नहीं रखेंगे और मैं झूटे नबियों और अशुद्ध आत्माओं को भी पृथ्वी से हटा दूँगा। 3 यदि कोई व्यक्ति भविष्यवाणी करता है तो उसे दण्ड मिलेगा। यहाँ तक कि उसके माता—पिता, उसकी अपनी माँ और अपने पिता उससे कहेंगे, ‘तुमने यहोवा के नाम पर झूट बाला है। अत: तुम्हें मर जाना चाहिए!’ उसकी अपनी माँ और उसके अपन पिता भविष्यवाणी करने के कारण उसे छूरा घोंप देंगे । 4 उस समय, नबी अपनी भविष्यवाणी और अपने दर्शन के लिये लज्जित होंगे। वे तरह का माटा वस्त्र नहीं पहनेंगे, जो यह प्रकट करे कि व्यक्ति नबी है। वे उन वस्त्रों को, भविष्यवाणी कहे जाने वाले झुट से, लोगों को धोखा देने के लिये नहीं पहनेंगे। 5 वे लोग कहेंगे, ‘मैं नबी नहीं हूँ मैं एक किसान हूँ। मैंने बच्चपन से किसान के रूप में काम किया है।’ 6 अन्य लोग कहेंगे, ‘किन्तु तुम्हारे हाथों में ये घाव कैसे हैं?’ वह कहेगा, ‘यह चाट मुझे अपने मित्र के घर लगी।’”

7 सर्वशक्तिमान यहावा कहता है, “तलवार, गड़ेरिये पर चाट कर! मेरे मित्र को मार! गड़ेरिये पर प्रहार करो और भेड़ें भाग खड़ी होंगी और मैं उन छोटों को दण्ड दूँगा। 8 देश के दो तिहीई लोग चाट खाएंगे और मरेंगे। किन्तु एक तिहाई बचे रहेंगे। 9 तब मैं उन बचे हुए लोगों की जाँच करूँगा। मैं उन्हें बहुत से कष्ट दूँगा। वे कष्ट उस आग की तरह होंगे, जिसे एक व्यक्ति चाँदी की शुद्धता की परख के लिये उपयोग करता है।मैं उनकी जाँच वैसे ही करूँगा, जैसे व्यक्ति सोने की जाँच करता है। तब वे सहायता के लिये मेरी पुकार करेंगे, और मैं उनकी सहायता करूँगा। मैं कहूँगा, ‘तुम मेरे लोग हो।’ और वे कहेंगे, ‘यहोवा मेरा परमेश्वर है।’”

निर्णय का दिन

14देखो, यहोवा निर्णय का विशेष दिन रखता है और जो धन तुमने लिया है वह तुम्हारे नगर में बँटेगा। 2 मैं सभी राष्ट्रों को यरूशलेम के विरूद्ध लड़ने के लिये एक साथ लाऊँगा। वे नगर पर अधिकार करेंगे तथा घरों को नष्ट करेंगे। स्त्रियों के साथ कुकर्म होगा, और लोगों में से आधे बन्दी बनाए जाएंगे। किन्तु बाकी लोग नगर से नहीं ले जाएंगे। 3 तब यहोवा उन राष्ट्रों के विरूद्ध युद्ध करेगा। यह एक सच्चा युद्ध होगा। 4 उस समय, वह जैतुन के पर्वत पर खड़े होंगा। वह पहाड़ी जो यरूशलेम के पूर्व है। अंजीर का पर्वत फट पड़ेगा। पर्वत एक भाग उत्तर को जाएगा दसरा भाग दक्षिण को। एक गहरी घाटी पूर्व से पश्चिम तक उभर आएगी। 5 जैसे—जैसे वह पर्वतीय घाटी तुम्हारे समीप आती जाएगी, तुम भाग जाना चाहोगे। तुम उसी समय की तरह भागोगे, जैसे तुम यहूदा के राजा उज्जिय्याह के समय में भुक्मप से भागे थे। किन्तु यहोवा, मेरा परमेश्वर आएगा और उनके सभी पवित्र लोग उनके साथ होंगे।

6-7 वह एक बहुत अधिक विशेष दिन होगा। उस दिन प्रकाश, शीत और तुषार कुछ नहीं होगा। केवल यहोवा ही जानता हैं कि यह कैसे होगा, किन्तु कोई दिन—रात नहीं होंगे। तब जब सामान्य रूप से अंधेरा आएगा, तो उस समय उजाला भी होगा। 8 उस समय, यरूशलेम से लगातार पानी बहेगा। वह धारा बट जाएंगी और एक भाग पूर्व को बहेगा और एक भाग पश्चिम को भूमध्य सागर तक जाएगा और यह पूरे वर्ष ग्रीष्म और शीत ऋतु दोनों में बहेगा 9 और यहोवा उस समय, पूरे संसार के राजा होगा। यहोवा एक है। उसका नाम एक है। 10 उस समय यरूशलेम के चारों ओर का क्षेत्र अराबा मरूभूमि की तरह सूना हो जाएगा। गेब से लेकर नेगब में रिम्मोन तक देश मरूभूमि सा हो जाएगा। किन्तु यरूशलेम का पूरा नगर फिर से, बिन्यामीन द्वार से प्रथम द्वार (अर्थात् कोने का द्वार) और हननेल की मीनार से राजा के दाखमधु निष्कासक तक बनेगा। 11 प्रतिबन्ध उठ जाएगा और लोग वहाँ अपने घर बनायेंगे। यरूशलेम सुरक्षित होगा।

12 किन्तु यहोवा उन राष्ट्रों को दण्ड देगा जो यरूशलेम के विरूद्ध लड़े । वह उन्हें भयन्कर बीमारी लगा देगा। खड़े खड़े उनका शरीर गल जयेगा।उनकी आँखें उनके कोटर में गलेंगी।तथा उनकी जीभ उनके मुखों में गलेगी। 13-15 वह भयंकर बीमारी शत्रुओं के डेरे में होगा और उनके घोड़ों, खच्चरों, ऊँटों और गधों को वह भयंकर बीमारी लग जाएगी।

उस समय वे लोग, सचमुच, यहोवा से डरेंगे। वे एक दुसरे का गला दबायेंगे। वे एक दुसरे पर प्रहार करने के लिये हाथ उठाएंगे। यहूदा के लोग यरूशलेम में युद्ध करेंगे, किन्तु वे नगर के चारों ओर के राष्ट्रों से धन प्राप्त करेंगे। वे बहुत अधिक सोना, चाँदी, और वस्त्र प्राप्त करेंगे। 16 कुछ लोग जो यरूशलेम में युद्ध करने आएंगे। वे बच जाएंगे और हर वर्ष वे राजा, सर्वशक्तिमान यहोवा की उपासना को आएंगे। वे झोंपड़ीयों का पर्व मनाने आएंगे 17 औक यदि पृथ्वी के किसी परिवार के लाग राजा, सर्वशक्तिमान यहोवा की उपासना करने यरूशलेम नहीं जाएंगे तो यहोवा उन्हें वर्षा से वंचित कर देगा। 18 यदि मिस्र का कोई परिवार बटोरने का पर्व मनाने नहीं आएगा, ता उसे वही भयंकर बीमारी होगी, जो यहोवा ने अन्य शत्रु राष्ट्रों को लगा दी थी। 19 वह मिस्र के लिये तथा किसी भी राष्ट्र के लिये दण्ड होगा, जो बटोरने का पर्व मनाने नहीं आएगा।

20 उस समय, हर एक चीज परमेश्वर का होगा। यहाँ तक कि घोड़े के कक्षबन्ध पर भी यहोवा का पवित्र नामक सूचक होगा और यहोवा के मंदिर उपयोग में आने वाली सभी बर्तन वैसे ही महत्वपूर्ण होंगे, जैसे वेदी पर उपयोग में आने वाला प्याला। 21 वस्तुत:, यहूदा और यरूश्लेम की हर एक तशतरी पर सर्वशक्तिमान यहोवा को पवित्र नामक सुचक होगा। और हर एक व्यक्ति जो यहोवा की उपासना करेगा, उन तश्तरियों में भोजन पकाने और भोजन करने का अधिकारी होगा।

और उस समय, सर्वशक्तिमान यहोवा के मंदिर में वस्तुएं क्रय—विक्रय करने वाला कोई व्यापारी नहीं होगा।

समीक्षा

यीशु का अनुग्रह

परमेश्वर अपने लोगों से वायदा करते हैं:"मैं ...अनुग्रह करने वाली और प्रार्थना सिखाने वाली आत्मा उण्डेलूँगा" (12:10)। पवित्र आत्मा अनुग्रह और निवेदन करने वाले आत्मा हैं। वह आपके हृदय में परमेश्वर के अनुग्रह (आपके लिए उनका प्रेम, जिसके आप योग्य नहीं थे) को ऊंडेलते हैं और प्रार्थना करने में आपकी सहायता करते हैं (रोमियो 8:26-27)। पवित्र आत्मा आपके विचारों में काम करते हैं –लोगों के लिए और स्थितियों के लिए प्रार्थना करने के लिए आपको प्रेरित करते हुए।

यह सब कैसे संभव है: जकर्याह आगे कहते हैं, " तब वे मुझे ताकेंगे अर्थात् जिसे उन्होंने बेधा है" (जकर्याह 12:10)। किसे उन्होंने बेधा है: प्रेरित यूहन्ना हमें उत्तर देते हैं:" सैनिकों में से एक ने बरछे से उसका पंजर बेधा...और ये बातें इसलिये हुईं कि पवित्रशास्त्र में जो कहा गया वह पूरा हो ... "जिसे उन्होंने बेधा है, उस पर वे दृष्टि करेंगे।" (यूहन्ना 19:34-37)।

इसका परिणाम क्या है: "उस समय दाऊद के घराने और यरूशलेम के निवासियों के लिये पाप और मलीनता धोने के निमित्त एक बहता हुआ सोता फूटेगा" (जकर्याह 13:1)। यह हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह है। उनकी मृत्यु के द्वारा, आपके लिए उन्हें बेधने के द्वारा, वह आपके पाप और अशुद्धता को धोया जाना संभव बनाते हैं।

यीशु के दिमाग में यह लेखांश था जब वह अपनी मृत्यु के बारे में सोच रहे थे। उन्होंने जकर्याह 13:7 को दोहराया यह बताते हुए कि उन्हें गिरफ्तार किए जाने के बाद, चेले उन्हें छोड़ के भाग जाएँगेः" तू उस चरवाहे को काट, तब भेड़-बकरियाँ तितर-बितर हो जाएँगी" (व.7, मत्ती 26:31,56 देखें)।

जकर्याह 14 के वचन यीशु के जीवन, मृत्यु और पुनरुत्थान, और उनके आगमन की बाट जोहते हुए के रूप में देखा जा सकता है।

  1. यीशु जैतून के पर्वत पर पाँव रखेंगे (जकर्याह 14:4; मत्ती 21:1)

  2. यीशु हैं जो उन जातियों से ऐसा लड़ेंगे जैसा वह संग्राम के दिन में लड़े थे (जकर्याह 14:3; प्रकाशितवाक्य 20)

  3. यीशु में से जीवित जल की नदियाँ बहेंगी (जकर्याह 14:8; यूहन्ना 7:37-39)

  4. यीशु की आराधना राजा के रूप में की जाएगी (जकर्याह 14:16; प्रकाशितवाक्य 5)

  5. यीशु हैं जो "यहोवा के लिये पवित्र।" को संभव बनाते हैं कि हर वस्तु पर यह लिखा हो (जकर्याह 14:20)

  6. यीशु लौकिक और पवित्र के बीच में भेद को मिटाते हैं। भोजन बनाने के लिए बर्तन घर के सामान्य बर्तन थे, फिर भी उन पर भी "यहोवा के लिये पवित्र।" लिखा हुआ था

प्रार्थना

परमेश्वर, आपका धन्यवाद कि आप मुझ पर अनुग्रह और विनती की आत्मा को ऊँडेलने का वायदा करते हैं। आपका धन्यवाद कि आपने मुझे पाप और अशुद्धता से धोने के लिए एक फव्वारा खोला है। आज मुझे शुद्ध कीजिए और मुझे फिर से पवित्र आत्मा से भर दीजिए। मेरी सहायता कीजिए यीशु के लिए मेरे प्रथम प्रेम को जोश के साथ प्रेम करुँ और यीशु के नाम को सम्मान दूं।

पिप्पा भी कहते है

प्रकाशितवाक्य 2:1-17

"इफीसुस ... स्मुरना ... पिरगमुन के चर्च के लिए"

मैं आश्चर्य करती हूँ कि यीशु हमारे चर्च के विषय में क्या कहेंगे। शायद से वे सारी चीजें जो हम सोचते हैं कि हम बहुत अच्छी तरह से कर रहे हैं, वह इससे मोहित न हो। शायद से वह विश्वास के उन छोटे कार्यों से प्रसन्न हो जाएँ जिन पर हम विशेषत: ध्यान नहीं देते हैं।

दिन का वचन

नीतिवचन – 30:5

"ईश्वर का एक एक वचन ताया हुआ है; वह अपने शरणागतों की ढाल ठहरा है।”

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संदर्भ

जहाँ पर कुछ बताया न गया हो, उन वचनों को पवित्र बाइबल, न्यू इंटरनैशनल संस्करण एन्ग्लिसाइड से लिया गया है, कॉपीराइट ऊ 1979, 1984, 2011 बिबलिका, पहले इंटरनैशनल बाइबल सोसाइटी, हूडर और स्टोगन पब्लिशर की अनुमति से प्रयोग किया गया, एक हॅचेट यूके कंपनी सभी अधिकार सुरक्षित। ‘एनआईवी", बिबलिका यू के का पंजीकृत ट्रेडमार्क संख्या 1448790 है।

जिन वचनों को (एएमपी, AMP) से चिन्हित किया गया है उन्हें एम्प्लीफाइडऍ बाइबल से लिया गया है. कॉपीराइट ऊ 1954, 1958, 1962, 1964, 1965, 1987 लॉकमैन फाउंडेशन द्वारा प्राप्त अनुमति से उपयोग किया गया है। (www.Lockman.org)

जिन वचनों को (एमएसजी MSG) से चिन्हित किया गया है उन्हें मैसेज से लिया गया है। कॉपीराइट ऊ 1993, 1994, 1995, 1996, 2000, 2001, 2002. जिनका प्रयोग एनएवीप्रेस पब्लिशिंग ग्रुप की अनुमति से किया गया है।

एक साल में बाइबल

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